SINGRAULI : एनसीएल दुद्धिचुआ परियोजना के सीएचपी परिसर में सोमवार, 17 नवंबर को एक दर्दनाक हादसे में कंपनी के कर्मचारी राम सजीवन वैश्य (47) की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार बंकर के पास स्थित प्लेट के ऊपर कोयला फंस गया था, जिसे निकालने के लिए जेसीबी मशीन लगाई गई थी। दोपहर लगभग दो बजे अचानक प्लेट टूट गई और भारी मात्रा में कोयला नीचे गिर गया। दुर्भाग्यवश राम सजीवन उसी समय प्लेट के निकट मौजूद थे, जिसके कारण लोहे के प्लेट से चोट लगने के कारण् उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद NCL के कर्मियों ने उन्हें तुरंत नेहरू अस्पताल पहुँचाया और परिजनों को इसकी सूचना दी। हालांकि, परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें राम सजीवन का शव दिखाया नहीं जा रहा है और एनसीएल प्रबंधन मामले को छिपाने तथा लीपापोती करने में लगा है।
राम सजीवन वैश्य सिंगरौली जिले के करैला गांव के निवासी थे। उनके परिवार में तीन बेटे और एक बेटी है। पिता की अचानक हुई मौत से परिवार सदमे में है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
स्थानीय लोग व परिजन हादसे की पारदर्शी जांच, जिम्मेदारों पर कार्रवाई और मृतक के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। वहीं घटना के बाद से एनसीएल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
काफी दु:खद घटना है। जो हमारे एम्पलाई थे वह फीटर के पद पर सीएचपी दुद्धिचुआ में कार्यरत थे। प्रथम दृष्ट्या सामने आया है कि चोट लगने से उनकी मौत हो गयी है। दुर्घटना के बाद उन्हें नेहरू चिकित्सालय ले लाया गया है।
अभी घटना के कारणों की जांच चल रही है जांच के बाद ही आगे बता पायेंगे। मौत की पैसे से भरपाई नहीं की जा सकती। एनसीएल प्रबंधन परिजनों के साथ खड़ा है। मृतक आश्रितों को हर संभव मदद की जायेगी। परिजनों को लगभग एक करोड़ तीस लाख रूपये तथा आश्रित को नियमानुसार नौकरी प्रदान करायी जायेगी।
राम विजय सिंह
जनसंपर्क अधिकारी, एनसीएल






