MP NEWS : अदाणी फाउंडेशन अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। इसी प्रयास का हिस्सा है ‘गौ समृद्धि परियोजना’, जिससे सिंगरौली जिले के सरई तहसील के 18 गांवों के पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं।

इस परियोजना को अदाणी फाउंडेशन ने भारतीय एग्रो इंडस्ट्रीज फाउंडेशन (बायफ) के साथ मिलकर शुरू किया है। धिरौली गांव में स्थापित पशुधन विकास केंद्र के माध्यम से महिला पशुपालकों को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वर्ष 2024-25 में अब तक 150 महिला पशुपालकों को जोड़ा गया है और अगले तीन वर्षों में 500 महिलाओं को सशक्त बनाने का लक्ष्य है।

परियोजना के अंतर्गत पशुओं के स्वास्थ्य और नस्ल सुधार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब तक आयोजित 10 स्वास्थ्य शिविरों और 30 से अधिक कार्यक्रमों के माध्यम से 343 परिवारों के 2721 पशुओं का उपचार और हजारों का टीकाकरण किया गया है। साथ ही, 366 गायों और भैंसों का कृत्रिम गर्भाधान सफलतापूर्वक कराया गया है। इससे दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और किसानों की आय में सुधार की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।
पशुओं के लिए बेहतर चारे की व्यवस्था भी की जा रही है। महिला पशुपालकों को नेपियर BNH-11 घास उगाने का प्रशिक्षण दिया गया है, जो उच्च उपज देने वाली चारे की फसल है। इसके अलावा, उन्हें खनिज मिश्रण, प्राथमिक उपचार बॉक्स और सूचना डिस्प्ले बोर्ड भी उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे वे अपने पशुओं की देखभाल और प्रबंधन बेहतर तरीके से कर सकें।
इस पहल से महिला पशुपालकों का आत्मविश्वास बढ़ा है और पशुपालन को टिकाऊ आजीविका के रूप में अपनाने की दिशा में नया उत्साह पैदा हुआ है। स्थानीय समुदाय भी इस प्रयास की सराहना कर रहा है।
अदाणी फाउंडेशन का मानना है कि इस तरह की परियोजनाएं न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देती हैं बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करती हैं। आने वाले वर्षों में ‘गौ समृद्धि परियोजना’ के और भी सकारात्मक परिणाम सामने आने की उम्मीद है।






